परिचय :
उपसर्गों का प्रयोग नए शब्दों की रचना के लिए किया जाता है। नए शब्द बनाने के लिए मूल शब्दों के आरंभ में या उनके आगे कुछ शब्दांशों को जोड़ दिया जाता है। इससे मूल शब्द के अर्थ में बदलाव आ जाता है। ऐसे ही शब्दांशों को उपसर्ग कहते हैं।
परिभाषा :
भाषा के वे अर्थवान छोटे-छोटे खंड जो शब्दों में आगे जुड़कर नए शब्द बनाते हैं और उनके अर्थ में बदलाव लाते हैं, उन्हें उपसर्ग कहते हैं।
उदाहरण –
यहाँ ‘प्र’, ‘आ’, ‘अधि’, ‘अनु’ उपसर्ग हैं।
मूल शब्दों के साथ उपसर्ग का प्रयोग करने से –
(क) नया शब्द बनता है।
(ख) मूल शब्द के अर्थ में बदलाव आ जाता है। कभी-कभी अर्थ में बदलाव न आकर विशेषता आ जाती है।
(ग) उपसर्गों का प्रयोग स्वतंत्र अर्थ में नहीं किया जाता है।
उपसर्गों के प्रकार-हिंदी में चार प्रकार के उपसर्गों का प्रयोग किया जाता है –
(क) संस्कृत के उपसर्ग
(ख) हिंदी के उपसर्ग
(ग) आगत या विदेशी उपसर्ग
(घ) उपसर्ग के समान प्रयोग होने वाले संस्कृत के अव्यय
( क ) संस्कृत के उपसर्ग-इन उपसर्गों को तत्सम उपसर्ग भी कहा जाता है। ये प्रायः तत्सम शब्दों के साथ प्रयुक्त होते हैं।
संस्कृत के उपसर्ग और उनसे बने शब्द नीचे दिए जा रहे हैं –
(ख) हिंदी के उपसर्ग-इन उपसर्गों का दूसरा नाम तद्भव उपसर्ग भी है। इनका प्रयोग हिंदी के शब्दों के साथ किया जाता है।
(ग) आगत या विदेशी उपसर्ग-इन उपसर्गों का प्रयोग विदेशी भाषा के शब्दों में होता है। उर्दू, अरबी, फारसी और अंग्रेज़ी भाषा के उपसर्ग इसी कोटि में आते है।
अंग्रेज़ी के उपसर्ग –
(घ) उपसर्ग के समान प्रयोग होने वाले संस्कृत के अव्यय –
एक से अधिक उपसर्गों से बने शब्द :
कुछ शब्दों की रचना एक से अधिक उपसर्गों के मेल से होती है; जैसे –
अभ्यास-प्रश्न
1. नीचे कुछ शब्द दिए गए हैं। आप इनमें प्रयुक्त उपसर्ग और मूलशब्द पृथक करके लिखिए –
उत्तरः
2. नीचे दिए गए शब्दों में प्रयुक्त उपसर्ग उनके सामने लिखिए –
(i) अधिवक्ता ……………………
(ii) उपाध्यक्ष ……………………
(iii) हमराही ……………………
(iv) दुस्साहस ……………………
(v) संशोधन ……………………
(vi) अध्यादेश ……………………
(vii) बदमिज़ाज़ ……………………
(viii) कमसिन ……………………
(ix) सरपंच ……………………
(x) अलविदा ……………………
(xi) उनतालीस ……………………
(xii) बदौलत ……………………
(xiii) प्रसिद्ध ……………………
(xiv) प्रत्येक ……………………
(xv) निर्गम ……………………
(xvi) औज़ार ……………………
(xvii) अभिनंदन ……………………
(xviii) अत्याचार ……………………
(xix) अध्यक्ष ……………………
(xx) सुविख्यात ……………………
उत्तरः
(i) अधि
(ii) उप
(iii) हम
(iv) दुस्
(v) सम्
(vi) अधि
(vii) बद
(viii) कम
(ix) सर
(x) अल
(xi) उन
(xii) ब
(xiii) प्र
(xiv) प्रति
(xv) निर् उपसर्ग
(xvi) औ
(xvii) अभि
(xviii) आति
(xix) आधि
(xx) सु
3. नीचे कुछ उपसर्ग दिए गए हैं। आप इनसे दो-दो शब्द बनाइए –
उत्तरः
4. नीचे कुछ शब्द दिए जा रहे हैं। आप इनमें उपसर्ग जोड़कर नए शब्द बनाइए –
(i) जान ……………………
(ii) मुख ……………………
(iii) कपट ……………………
(iv) योग ……………………
(v) धार ……………………
(vi) पति ……………………
(vii) चर ……………………
(viii) हरण ……………………
(ix) काश ……………………
(x) चरण ……………………
(xi) नाथ ……………………
(xii) पढ़ ……………………
(xiii) खिला ……………………
(xiv) पेट ……………………
(xv) पात्र ……………………
(xvi) तत्व ……………………
(xvii) पता ……………………
(xviii) हाल ……………………
(xix) सफ़र ……………………
(xx) किस्मत ……………………
उत्तरः
5. नीचे दिए गए शब्दों में दो-दो उपसर्ग लगे हैं। आप इन उपसर्गों को पृथक करते हुए मूलशब्द भी लिखिए –
शब्द उपसर्ग उपसर्ग
मूलशब्द
उत्तरः
(i) निर + आ + करण
(ii) प्रति + उप + कार
(iii) सत् + आ + चार
(iv) सु + सम् + गठित
(v) निर + आ + कार
(विभिन्न परीक्षाओं में पूछे गए प्रश्न )
1. निम्नलिखित शब्दों में प्रयुक्त उपसर्ग एवं मूलशब्द लिखिए –
(i) निराहार
(ii) अत्याचार
(iii) पुनिर्माण
(iv) निर्बल
(v) दुर्बुद्धि
(vi) संवेदना
(vii) विख्यात
(viii) प्रत्येक
(ix) दुर्भाग्य
(x) प्रत्युत्तर
(xi) निर्मल
(xii) निरपराध
(xiii) प्रत्युपकार
(xiv) उपनिवेश
(xv) अपकीर्ति
(xvi) निर्लिप्त
(xvii) पर्यावरण
(xviii) गैरहाज़िर
(xix) अत्यधिक
(xx) दुर्दशा
(xxi) सज्जन
(xxii) अभ्युदय
(xxiii) आकार
(xxiv) परिधान
(xxv) निर्भयता
(xxvi) स्वागत
(xxvii) दुर्वचन
(xxviii) परिपक्व
(xxix) इत्यादि
(xxx) आकर्षण
(xxxi) विकृत
(xxxii) संवेग
(xxxiii) परिहार
(xxxiv) अधिकार
(xxxv) पराधीन
उत्तरः
2. नीचे कुछ उपसर्ग दिए गए हैं। आप इन उपसर्गों से दो-दो शब्द बनाइए(i) सु
उत्तरः
3. नीचे लिखे शब्दों में किन उपसर्गों का प्रयोग हुआ है?
(i) स्वागत
(ii) स्वयंवर
(iii) उनतीस
(iv) निश्छल
(v) प्रमाण
(vi) स्वाधीन
(vii) प्रत्यक्ष
(viii) उच्चारण
(ix) अंतर्राष्ट्रीय
(x) औगुन
(xi) दुर्लभ
(xii) संतोष
(xiii) निर्गुण
(xiv) अत्याचार
(xv) निस्संदेह
(xvi) संचालन
(xvii) दुर्गुण
(xviii) अधिनायक
(xix) प्रत्युपकार
(xx) संयोग
उत्तरः
(i) सु
(ii) स्वयं
(iii) उन्
(iv) निस्
(v) प्र
(vi) स्व
(vii) प्रति
(viii) उत्
(ix) अंतर्
(x) औ
(xi) दुर्
(xii) सम
(xiii) निर्
(xiv) अति
(xv) निस्